लोकप्रियता के शिखर छूती देवयानी फरांदे

लोकप्रियता के शिखर छूती देवयानी फरांदे

देवयानी फरांदे एक ऐसी राजनेता हैं जिन्हें लोगों के प्यार ने विधायक बना दिया । वे नाशिक मध्य सीट से विधानसभा के लिए लगातार दो बार चुनी जा चुकी हैं और अपने विकासपरक कार्यों के कारण लोकप्रियता के नये आसमान पर हैं।

देवयानी फरांदे का जन्म  6 जनवरी 1966 को महाराष्ट्र के नाशिक में एक गुजराती व्यापारी परिवार में हुआ। प्राथमिक शिक्षा गुजराती स्कूल में हुई। इसके बाद उन्होंने नाशिक के केटएचएम कॉलेज से ग्रैजुएशन किया और पुणे विश्वविद्यालय से माइक्रोबायोलॉजी में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की। उन्हें मराठा विद्या प्रसार समाज संस्थान के फार्मेसी कॉलेज में अध्यापन का अवसर मिला और उन्होंने लंबे अरसे तक वहां कार्य किया। राजनीति से जुड़ाव शादी के बाद ही हो गया। उनका विवाह प्रोफेसर सुहास रामचंद्र फरांदे से हुआ और वे राजनीति के संपर्क में आयीं। ससुराल वालों का जुड़ाव भाजपा से था और शादी के कुछ दिनों बाद ही वर्ष 1989 में लोकसभा चुनाव में उन्हें भाजपा के लिए प्रचार करने का अवसर मिला। राजनीति में यह उनका पहला कदम था।

वर्ष 1992 में देवयानी के पति प्रोफेसर सुहास फरांदे भाजपा के टिकट पर पार्षद बने, लेकिन अगले चुनाव में वो वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित हो गया तो देवयानी मैदान में उतरीं। वर्ष 1997 में वे जीतकर पार्षद बनीं। वर्ष 2002 में उन्हें चुनाव में सफलता नहीं मिली तो वे पार्टी के संगठात्मक कार्यों में जुट गयीं। उन्होंने कड़ी मेहनत की और 2007 में फिर से पार्षद का चुनाव जीता। वर्ष 2009 में वे नाशिक शहर की डिप्टी मेयर बनीं। वर्ष 2014 में उन्होंने तीसरी बार नगरपालिका चुनाव जीता। वे मेयर पद का चुनाव लड़ना चाहती थीं, लेकिन पार्टी ने उन्हें विधानसभा चुनाव में उतार दिया जिसमें उन्हें जोरदार जीत हासिल हुई।

बतौर विधायक देवयानी फरांदे ने कई महत्वपूर्ण कार्य किये। उन्होंने अपने इलाके और महाराष्ट्र भर में बड़े पैमाने पर हो रही मानव तस्करी का मुद्दा उठाया और इसकी तह तक पहुँच कर राजफाश भी किया। तत्कालीन मुख्यमंत्री ने स्वयं इसकी जानकारी ली और इससे संबंधित कानून में सुधार लाया जा रहा है। गोदावरी जल आपूर्ति के लिए केंद्रीय रिपोर्ट, के साथ नाशिक का पानी आरक्षित करने मे उनकी अहम भूमिका रही | उन्होंने अपनी विधानसभा क्षेत्र में बस स्टैंड, महिला अस्पताल, मलिन बस्ती के कार्यान्वयन जैसी विभिन्न योजनाओं पर बेहतरीन विकास कार्य किया , जिससे इलाके में उनकी लोकप्रियता बढ़ी।  समान वर्ष 2019 के चुनाव में भी उन्हें भारी बहुमत से जीत हासिल हुई।

फेम इंडिया - एशिया पोस्ट "उम्दा विधायक सर्वे" में व्यक्तित्व, छवि, जनता से जुड़ाव, कार्यशैली, लोकप्रियता , विधानसभा में उपस्थिति और प्रश्न, बहस में हिस्सा, विधायक निधि का उपयोग व सामाजिक सहभागिता आदि 10 मुख्य मापदंड पर किये गये सर्वे में नाशिक मध्य की विधायक देवयानी फरांदे को भविष्यवादी कैटगरी में प्रमुख स्थान प्राप्त हुआ है।

सर्वे स्रोत - विभिन्न प्रश्नों पर विधानसभा क्षेत्रों की राय, विधायिका और मीडिया से जुड़े लोगों से स्टेक होल्ड सर्वे और विधानसभा से उपलब्ध डाटा के आधार पर।